तजिंदर भाई साब,
नमस्कार |
आप का ये नीचे की लिंक पर उपलब्ध वीडियो देखा | मन तो ये था की मैं भी वीडियो के माध्यम से ही आपको उत्तर दूँ पर ढंग का वीडियो बनाना, उस में फेर-बदल/सुधार करना, उपलोड करना वगैरा वगैरा | उसके मुकाबले ये ब्लॉग जल्दी और आसानी से लिखा जा सकता है तो फिर यही सही | हमारा प्रत्यक्ष मिलना हुआ नहीं पर मुझे इस बात का आनंद है की हम दोनों ट्विटर पर एक-दूसरे को फोलो करते है और अधिक आनंद इस बात का है उस वक्त से फोलो करते है जब आप के पास 'ब्लू टिक' नहीं हुआ करता था, आप ना ही भाजपा के आधिकारिक संवाददाता थे और ट्विटर नया नया हुआ करता था |
वैसे शुरुआत मैं ही यह बात स्पष्ट करना जरुरी है की गुजराती होने के नाते जब गुजरात के बाहर लोग मोदीजी को जानते तक नहीं थे तब से मै मोदीजी का समर्थक रहा हूँ | यह बात की मेरे इस ब्लॉग पर उपलब्ध पुराने लेख पुष्टि करते है | आप ८-१० साल पुराने लेख खोज सकते है | वो मेरे जैसे NRG (Non-Resident Gujarati) ही थे जिन्होंने अपने तन-मन और धन से मोदी जी का प्रधान-मंत्री जी के तौर पर देशभर में प्रचार किया, उनके द्वरा किए गए गुजरात के विकास की बात हर जगह की , हर रोज की, महीनो नहीं सालों तक की | चाहे वो हमारी अमेरिका ऑफिस का कोंफरंस रूम हो या पेरिस एअरपोर्ट का वेइटिंग लाउन्ज | और तब जाके हमने मोदीजी को २०१४ में देश के प्रधान मंत्री के रूप में पहलीबार पाया था | तो कृपया लेख के अंत में मेरे लिए कोई भी धारणा बांधते वक्त इस हकीकत तो संज्ञान में लीजिएगा |
मै ये बहस में नहीं जाना चाहता की मोदीजी इस योजनओं के द्वारा जिस राजनीति (तुष्टिकरण की ) का हमेंशा से विरोध करते आए है उसी और खुद चल पड़े है या नहीं | मेरा आशय बस एक समर्थक के नाते कुछ बातों पर आपका अभिप्राय जानना है | थोडा भूतकाल में जाकर शुरुआत करते है |
१) अवैध गौ-मांस के व्यापार पर चुप्पी
मोदी जीने सार्वजनिक निवेदन देकर "गौ-रक्षको" की बड़ी तीखी आलोचना की और राज्य-सरकारों को उन के साथ सख्ती से पेश आने का निवेदन किया |उनका वीडियो निचे लिंक पर उपलब्घ है | ध्यान से देखिए, मोदी जी के आवाज में जो आक्रोश और गुस्सा गौ-रक्षको के प्रति दिख रहा है ऐसा गुस्सा और आक्रोश "Beef Mafia" के लिए की जिनकी वजह से गाँवों में गौ-रक्षको को हथियार उठाने पड़े है वो तो कभी नहीं देखा | अरे तजिंदर भाई साब, गुस्सा तो छोडिए आज तक मोदी जी ने इन "Beef Mafia" का कभी सार्वजनिक तौर पर उल्लेख भी नहीं किया है |
अलवर राजस्थान और पूर्वी उत्तर प्रदेश में Beef Mafia के गेंग इतने बेख़ौफ़ है की पुलिसवालों तक को गोली मार देते है | सारे देश को और आपको भी पता है की अवैध गौ-मॉस के इस धिनौने व्यापार के पीछे अधिकतर कौन सी 'कौम' जिम्मेदार है | जब आप प्रधान-मंत्री के तौर पर इस बात पर अब तक चुप्पी साधे बैठे हो तो फिर गौ-रक्षको को बदनाम करने की पीछे आप की क्या मजबूरी है ? गौ-रक्षको के मुद्दे पर भी आपने चुप्पी रखनी थी? गलत कहा?
२) गिरिराज सिंह जी के एक ट्वीट पर आपत्ति और कई ज्यादा संगीन अपराधो पर चुप्पी
अभी कुछ दिन पहेले ही भाजपा के सांसद गिरिराज सिंह जी के एक ट्वीट पर पार्टीने आपत्ति जताई और उन्हें ऐसे निवेदनो से दूर रहने को कहा |उनका ट्विट सही था या गलत इसकी चर्चा में नहीं करता पर जो भी सांसद खुलकर कुछ बात बोले उस पर प्रतिक्रिया दी जाती है, चेतावनी दी जाती है |
पर उसी सप्ताह में जब की गिरिराज सिंह को चेतावनी दी गई थी तब अलीगढ से नाबालिग और मासूम ३ साल की ट्विंकल शर्मा के साथ जिस वैशीपन और नराधमता की चरमसीमा का किस्सा बाहर आया उसमें आप ने फिर से चुप्पी साध ली | जब अखलाक मरा था तब तो आपने आक्रोश व्यक्त किया था, नहीं किया था ? फिर क्या वजह है ? क्या इसीलिए की अलीगढ वाले किस्से में मुजरिम समुदाय विशेष से है ? चुप्पी तो अखलाक के वख्त भी रखी जा सकती थी |
३) मुख़्तार अब्बास नकवी द्वारा गिरिराज सिंह जी के लिए अभद्र भाषा का प्रयोग
अभी पिछले हफ्ते ही "आपकी अदालत" के टीवी साक्षत्कार कार्यक्रम में नकवीजी ने गिरिराज सिंह जी को "फालतू प्राणी" कहकर अपमानित किया | ये नकवी साहब वो शक्सियत है जो २०१९ का चुनाव ना लड़ें ना जीते | पिछली बार राज्यसभा तक मनोनीत करे जाने पर पहुंचे है | इसके बावजूद वो एक जनता के चुने गए और उनके सहयोगी और केबिनेट मंत्री जे लिए ऐसी भाषा का प्रयोग करते है वो क्या बताता है ? उनको कही ना कही पार्टी से समर्थन प्राप्त है वरना वो ऐसे शब्द प्रयोग ना करते | [वीडियो में ३१ मिनट से सुने ]
क्यूँ गिरिराज सिंह को निशाना बनाया जा रहा है ? क्यूँ की वो खुलकर ऐसी बातों का विरोध करते है जिनका सम्बन्ध तुष्टिकरण की राजनीति से है ?
तजिंदरभाई साब,
में चाहता हूँ की जो ये बाते है उनका सही उत्तर मिले | इसीलिए ये आप को लिखकर भेज रहा हूँ | आप के उत्तर की प्रतीक्षा रहेगी |
धन्यवाद |
देश-दाज़ |
नमस्कार |
आप का ये नीचे की लिंक पर उपलब्ध वीडियो देखा | मन तो ये था की मैं भी वीडियो के माध्यम से ही आपको उत्तर दूँ पर ढंग का वीडियो बनाना, उस में फेर-बदल/सुधार करना, उपलोड करना वगैरा वगैरा | उसके मुकाबले ये ब्लॉग जल्दी और आसानी से लिखा जा सकता है तो फिर यही सही | हमारा प्रत्यक्ष मिलना हुआ नहीं पर मुझे इस बात का आनंद है की हम दोनों ट्विटर पर एक-दूसरे को फोलो करते है और अधिक आनंद इस बात का है उस वक्त से फोलो करते है जब आप के पास 'ब्लू टिक' नहीं हुआ करता था, आप ना ही भाजपा के आधिकारिक संवाददाता थे और ट्विटर नया नया हुआ करता था |
वैसे शुरुआत मैं ही यह बात स्पष्ट करना जरुरी है की गुजराती होने के नाते जब गुजरात के बाहर लोग मोदीजी को जानते तक नहीं थे तब से मै मोदीजी का समर्थक रहा हूँ | यह बात की मेरे इस ब्लॉग पर उपलब्ध पुराने लेख पुष्टि करते है | आप ८-१० साल पुराने लेख खोज सकते है | वो मेरे जैसे NRG (Non-Resident Gujarati) ही थे जिन्होंने अपने तन-मन और धन से मोदी जी का प्रधान-मंत्री जी के तौर पर देशभर में प्रचार किया, उनके द्वरा किए गए गुजरात के विकास की बात हर जगह की , हर रोज की, महीनो नहीं सालों तक की | चाहे वो हमारी अमेरिका ऑफिस का कोंफरंस रूम हो या पेरिस एअरपोर्ट का वेइटिंग लाउन्ज | और तब जाके हमने मोदीजी को २०१४ में देश के प्रधान मंत्री के रूप में पहलीबार पाया था | तो कृपया लेख के अंत में मेरे लिए कोई भी धारणा बांधते वक्त इस हकीकत तो संज्ञान में लीजिएगा |
मै ये बहस में नहीं जाना चाहता की मोदीजी इस योजनओं के द्वारा जिस राजनीति (तुष्टिकरण की ) का हमेंशा से विरोध करते आए है उसी और खुद चल पड़े है या नहीं | मेरा आशय बस एक समर्थक के नाते कुछ बातों पर आपका अभिप्राय जानना है | थोडा भूतकाल में जाकर शुरुआत करते है |
१) अवैध गौ-मांस के व्यापार पर चुप्पी
मोदी जीने सार्वजनिक निवेदन देकर "गौ-रक्षको" की बड़ी तीखी आलोचना की और राज्य-सरकारों को उन के साथ सख्ती से पेश आने का निवेदन किया |उनका वीडियो निचे लिंक पर उपलब्घ है | ध्यान से देखिए, मोदी जी के आवाज में जो आक्रोश और गुस्सा गौ-रक्षको के प्रति दिख रहा है ऐसा गुस्सा और आक्रोश "Beef Mafia" के लिए की जिनकी वजह से गाँवों में गौ-रक्षको को हथियार उठाने पड़े है वो तो कभी नहीं देखा | अरे तजिंदर भाई साब, गुस्सा तो छोडिए आज तक मोदी जी ने इन "Beef Mafia" का कभी सार्वजनिक तौर पर उल्लेख भी नहीं किया है |
अलवर राजस्थान और पूर्वी उत्तर प्रदेश में Beef Mafia के गेंग इतने बेख़ौफ़ है की पुलिसवालों तक को गोली मार देते है | सारे देश को और आपको भी पता है की अवैध गौ-मॉस के इस धिनौने व्यापार के पीछे अधिकतर कौन सी 'कौम' जिम्मेदार है | जब आप प्रधान-मंत्री के तौर पर इस बात पर अब तक चुप्पी साधे बैठे हो तो फिर गौ-रक्षको को बदनाम करने की पीछे आप की क्या मजबूरी है ? गौ-रक्षको के मुद्दे पर भी आपने चुप्पी रखनी थी? गलत कहा?
२) गिरिराज सिंह जी के एक ट्वीट पर आपत्ति और कई ज्यादा संगीन अपराधो पर चुप्पी
अभी कुछ दिन पहेले ही भाजपा के सांसद गिरिराज सिंह जी के एक ट्वीट पर पार्टीने आपत्ति जताई और उन्हें ऐसे निवेदनो से दूर रहने को कहा |उनका ट्विट सही था या गलत इसकी चर्चा में नहीं करता पर जो भी सांसद खुलकर कुछ बात बोले उस पर प्रतिक्रिया दी जाती है, चेतावनी दी जाती है |
पर उसी सप्ताह में जब की गिरिराज सिंह को चेतावनी दी गई थी तब अलीगढ से नाबालिग और मासूम ३ साल की ट्विंकल शर्मा के साथ जिस वैशीपन और नराधमता की चरमसीमा का किस्सा बाहर आया उसमें आप ने फिर से चुप्पी साध ली | जब अखलाक मरा था तब तो आपने आक्रोश व्यक्त किया था, नहीं किया था ? फिर क्या वजह है ? क्या इसीलिए की अलीगढ वाले किस्से में मुजरिम समुदाय विशेष से है ? चुप्पी तो अखलाक के वख्त भी रखी जा सकती थी |
३) मुख़्तार अब्बास नकवी द्वारा गिरिराज सिंह जी के लिए अभद्र भाषा का प्रयोग
अभी पिछले हफ्ते ही "आपकी अदालत" के टीवी साक्षत्कार कार्यक्रम में नकवीजी ने गिरिराज सिंह जी को "फालतू प्राणी" कहकर अपमानित किया | ये नकवी साहब वो शक्सियत है जो २०१९ का चुनाव ना लड़ें ना जीते | पिछली बार राज्यसभा तक मनोनीत करे जाने पर पहुंचे है | इसके बावजूद वो एक जनता के चुने गए और उनके सहयोगी और केबिनेट मंत्री जे लिए ऐसी भाषा का प्रयोग करते है वो क्या बताता है ? उनको कही ना कही पार्टी से समर्थन प्राप्त है वरना वो ऐसे शब्द प्रयोग ना करते | [वीडियो में ३१ मिनट से सुने ]
क्यूँ गिरिराज सिंह को निशाना बनाया जा रहा है ? क्यूँ की वो खुलकर ऐसी बातों का विरोध करते है जिनका सम्बन्ध तुष्टिकरण की राजनीति से है ?
तजिंदरभाई साब,
में चाहता हूँ की जो ये बाते है उनका सही उत्तर मिले | इसीलिए ये आप को लिखकर भेज रहा हूँ | आप के उत्तर की प्रतीक्षा रहेगी |
धन्यवाद |
देश-दाज़ |